रविवार, 30 मई 2010

मंगलवार की चतुर्थी 1st Jun'2010




इन तिथियों पर जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता है:

१. सोमवती अमावस्या - (15thMarch'10, 9thAug'10 )

२. रविवार को सप्तमी हो जाए. (21stFeb'10, 7thMar'10, 4thJul'10, 12thDec'10)

३. मंगलवार की चतुर्थी हो जाए.(19thJan'10, 1st Jun'10, 2ndFeb'10)

४. बुधवार की अष्टमी हो जाए. (15thSept'10)

इन तिथियों पर जप/ध्यान का फल ग्रहण के समय किये ही जप/ध्यान के सामान होता है.

इसलिए हमें इन तिथियों पर जादा जप करना चाहिए, जिस से हमें थोडे में ही जादा लाभ मिले

BAPUJI K SATSANG PARVACHAN SE....

HARIOM....

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