शनिवार, 24 अप्रैल 2010

श्री आशारामायण पाठ का चमत्कार

भुखार के मारे मेने छोटे बेटे को हॉस्पिटल मैं भारती करवाया.......

दुसरे दिन उसकी हालत गंबीर थी....... वो सास भी नही ले पा रहा था ..........

डॉक्टर ने सास की मशीन लगा दी..........

पर फिर भी कोई फायदा नही हुआ............

डॉक्टर ने साफ़ मना कर दिया.....

मेने अपनी माँ को ये बात बताई तो माँ बोली तू चिंता मत कर ....ये बेटा बापूजी के आशीर्वाद से हुआ है

श्री आशारामायण पाठ शुरू कर १०८ पाठ होते ही बच्चा ठीक हो जायेगा..........

फिर मेने हॉस्पिटल मैं और मेरी पत्नी ने घर पे आशारामायण का पाठ शुरू कर दिया........

तीन दिन मैं आशारामायण पाठ पुरे हो गए......... और बेटा अपने आप होश मैं आ गया....

अब बेटा एकदम ठीक है.........

पूज्य बापू जी की जितनी महिमा गाउन उतनी कम है ......

मेरे पास लफ्ज नही है बोलने को......


बस .........मन मैं नाम तेरा रहे .....मुख पे रहे सुगीत.....

हमको इतना दीजिये, रहे चरण मैं प्रीत ..........

सुनील ऐ वृंदा शेवाले .....न्यू पनवेल (पश्चिम) जिला थाना ( महा).....

देखा चमत्कार मेरे बापूजी का ................

वाह बापू वाह ...........

एक बार जरुर कर के देखना आशारामायण का पाठ..............

फिर आपको यकीन होगा की बापूजी की केसी लीला है......

हरिओम............

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें