शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

रविवार सप्तमी ४ जुलाई २०१० को


इन तिथियों पर जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है

जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता है:

१. सोमवती अमावस्या - (15thMarch'10, 9thAug'10 )

२. रविवार को सप्तमी हो जाए. (21stFeb'10, 7thMar'10, 4thJul'10, 12 th dec
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३. मंगलवार की चतुर्थी हो जाए.(19thJan'10, 1st Jun'10, 2ndFeb'10)

४. बुधवार की अष्टमी हो जाए. (15thSept'10)




इन तिथियों पर जप/ध्यान का फल ग्रहण के समय किये ही जप/ध्यान के सामान होता है.

इसलिए हमें इन तिथियों पर जादा जप करना चाहिए, जिस से हमें थोडे में ही जादा लाभ मिले

बापूजी......

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