श्री अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री, भारत सरकार।
--------------------------------------------------- कहेते हे ...............
मनुष्य नहीं वह जंतु है, जिसे धर्म का भान नहीं।
मृत है वह देश, जिस देश में संतों का मान नहीं।।
वे कहते हैं-
"देशभर की परिक्रमा करते हुए जन-जन के मन में अच्छे संस्कार
जगाना एक ऐसा परम राष्ट्रीय कर्त्तव्य है जिसने आज तक हमारे देश को जीवित रखा है
और जिसके बल पर हम उज्जवल भविष्य का सपना देख रहे हैं।
उस सपने को साकार करने की शक्ति और भक्ति एकत्र कर रहे हैं, पूज्य बापूजी।
सारे देश में भ्रमण करके वे जागरण का शंखनाद कर रहे हैं,
अच्छे संस्कार दे रहे हैं। अच्छे और बुरे में भेद करना सिखा रहे हैं।
हमारी जो प्राचीन धरोहर थी, जिसे हम लगभग भूलने का पाप कर बैठे थे,
उस धरोहर को फिर से हमारी आँखों के आगे और ऐसी आँखों के आगे रख रहे
हैं जिसमें उन्होंने ज्ञान का अंजन लगाया है।"
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श्री अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री, भारत सरकार।..............
जी हा ये कहा है भारत के प्रधानमंत्री ने ...........
आप सोचिये की जब भारत का प्रधानमंत्री भी बापूजी को प्रणाम करता है
यानि बापू जी है न बड़ी हस्ती ............. तो सोचना केसा आओ बापूजी के सत्संग मैं .........
और धन्य बना लो अपना जीवन ..........
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